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Earthquake News: इन देशों में आते हैं सबसे ज्यादा भूकंप, जानिए भारत की क्या है स्थिति

भारत में भूकंप के मुख्य रूप से दो कारण हैं: एक तो हिमालयन क्षेत्र का निर्माण और दूसरा भारतीय प्लेट का एशियाई प्लेट से टकराव। इसके अलावा, भारत में कई भूकंपीय जोन हैं जिन्हें वैज्ञानिकों ने विभाजित किया है।
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Earthquake News: भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जो हजारों वर्षों से मानव सभ्यता को प्रभावित करती आई है। कभी यह अचानक और भयंकर होती है, तो कभी यह हल्की होती है, लेकिन फिर भी इनका असर गंभीर होता है। भूकंप का कारण मुख्य रूप से पृथ्वी की सतह के भीतर हलचल, प्लेटों का टकराव, और धरती की ऊपरी परतों में बदलाव होते हैं। हालांकि, हर देश में भूकंप का खतरा अलग-अलग होता है। आइए जानते हैं उन देशों के बारे में जहाँ भूकंप के मामले सबसे अधिक होते हैं, और साथ ही भारत में इस प्राकृतिक आपदा का क्या हाल है।

इन देशों में आते हैं सबसे ज्यादा भूकंप

1. जापान (Japan)

जापान एक ऐसा देश है जो सबसे ज्यादा भूकंप से प्रभावित होता है। यह देश ‘पैसिफिक रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है, जो दुनिया के सबसे भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में से एक है। यहाँ हर साल सैकड़ों छोटे-बड़े भूकंप आते हैं। 2011 में जापान में आई 9.1 तीव्रता का भूकंप भी एक भयंकर घटना था, जिसने हजारों लोगों की जान ली और सुनामी जैसी भयावह तबाही मचाई।

2. इंडोनेशिया (Indonesia)

इंडोनेशिया भी रिंग ऑफ फायर के अंतर्गत आता है और यहाँ पर भी भूकंप (Earthquake News) आम बात है। यहाँ के अधिकांश क्षेत्र भूकंपीय सक्रिय जोन में आते हैं, जिससे यहां भूकंप की संभावना बनी रहती है। इंडोनेशिया में 2004 में आए 9.1 तीव्रता के भूकंप ने सुमात्रा द्वीप को गंभीर रूप से प्रभावित किया और सुनामी से लाखों लोगों की जान गई।

Earthquake in Tibet

3. चिली (Chile)

चिली भी रिंग ऑफ फायर पर स्थित है और यहाँ भूकंपों की आवृत्ति बहुत अधिक है। चिली में 2010 में 8.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसने देश के कई हिस्सों को बर्बाद कर दिया। इस देश में भूकंप को लेकर विशेष तैयारी और संरचनाओं का विकास किया गया है, जिससे प्रभाव को कम किया जा सके।

4. तुर्की (Turkey)

तुर्की भी भूकंप के लिए जाना जाता है, खासकर एजी के प्रांत में। तुर्की में कई बार बड़े भूकंपों का सामना किया गया है, जैसे कि 1999 में आए भूकंप ने कचियावा में भारी तबाही मचाई थी। तुर्की की राजधानी इस्तांबुल भी भूकंपीय क्षेत्र में है, इसलिए यहाँ हमेशा भूकंप का खतरा बना रहता है।

5. भारत (India)

भारत में भी भूकंप (Earthquake News) एक गंभीर समस्या है। भारत के कई राज्य, खासकर उत्तर और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र, भूकंप के जोखिम वाले क्षेत्रों में आते हैं। हिमालयन क्षेत्र में जहां भारत, नेपाल, पाकिस्तान और तिब्बत मिलते हैं, वहाँ के भूकंपीय जोन में अधिकतम भूकंप गतिविधियाँ देखी जाती हैं।

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इसलिए भारत में भी आते हैं काफी ज्यादा भूकंप

भारत में भूकंप के मुख्य रूप से दो कारण हैं: एक तो हिमालयन क्षेत्र का निर्माण और दूसरा भारतीय प्लेट का एशियाई प्लेट से टकराव। इसके अलावा, भारत में कई भूकंपीय जोन हैं जिन्हें वैज्ञानिकों ने विभाजित किया है। इन्हें ज़ोन 1, 2, 3, 4, और 5 के रूप में श्रेणीबद्ध किया गया है, जहां ज़ोन 5 सबसे अधिक संवेदनशील है।

1. जोन 5

यह क्षेत्र अत्यधिक भूकंपीय गतिविधियों से प्रभावित है। यहाँ उत्तर-पूर्वी भारत (असम, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश), जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और कुछ अन्य क्षेत्र शामिल हैं। इन क्षेत्रों में भूकंप की तीव्रता अधिक रहती है। 2001 में गुजरात के भुज में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी, जिसमें लाखों लोग प्रभावित हुए थे।

2. जोन 4

जोन 4 में भूकंप (Earthquake News) के खतरे का स्तर थोड़ा कम है, लेकिन यहां भी तीव्र भूकंप आ सकते हैं। इसमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश जैसे राज्य शामिल हैं।

3. जोन 3

जोन 3 में भूकंप की संभावना कम होती है, लेकिन यह खतरा कभी भी हो सकता है। इस श्रेणी में दिल्ली, ओडिशा, कर्नाटका और तमिलनाडु जैसे राज्य आते हैं। हालांकि यहां भूकंप कम आते हैं, फिर भी सुरक्षा उपायों को लेकर जागरूकता महत्वपूर्ण है।

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