डोनाल्ड ट्रंप ने बताया, नए ट्रंप टैरिफ से अमेरिका रोज कितना कमा रहा है
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति ने वैश्विक व्यापार जगत में तहलका मचा दिया है। अमेरिका ने अपने व्यापारिक हितों की सुरक्षा के नाम पर कई देशों पर भारी-भरकम शुल्क यानी *टैरिफ* थोप दिए हैं। इस नीति से जहां अमेरिका की तिजोरी भर रही है, वहीं बाकी दुनिया को आर्थिक झटके का सामना करना पड़ रहा है।
रोज़ाना 2 अरब डॉलर की कमाई कर रहा है अमेरिका
राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद यह दावा किया है कि अमेरिका को हर दिन *2 बिलियन डॉलर* यानी करीब 200 करोड़ डॉलर की आमदनी सिर्फ टैरिफ के ज़रिए हो रही है। भारतीय मुद्रा में बात करें तो ये रकम लगभग 17,200 करोड़ रुपये प्रतिदिन बैठती है! हालांकि ट्रंप ने ये साफ़ नहीं किया कि यह राजस्व किन टैरिफ्स से और किस आधार पर आ रहा है, लेकिन उन्होंने इसे अमेरिका की आर्थिक मजबूती का प्रतीक बताया है।
ट्रंप ने कहा, टैरिफ से अमेरिकी बिजनेस इंडस्ट्री को मिलेगी ताकत
व्हाइट हाउस में एक बैठक के दौरान ट्रंप ने टैरिफ को "विस्फोटक" शब्द से नवाज़ा। उनका मानना है कि ये नीतियाँ अमेरिकी उद्योगों को फिर से मज़बूत करने में अहम भूमिका निभाएंगी। उन्होंने बताया कि अब तक उन्होंने 60 से ज़्यादा देशों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने का निर्णय ले लिया है, जिससे अमेरिकी इंडस्ट्री को घरेलू स्तर पर प्रतिस्पर्धा से राहत मिलेगी।
चीन है डोनाल्ड ट्रंप का टारगेट
चीन, अमेरिका की टैरिफ नीति से सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक है। हाल ही में अमेरिका ने चीन से आने वाले सामान पर 104 प्रतिशत तक का टैक्स लगाने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि अब कुछ चीनी प्रोडक्ट्स की कीमत लगभग दोगुनी हो जाएगी, जिससे उनकी बिक्री अमेरिका में कम होने की संभावना है। यह नया टैक्स नियम मंगलवार रात से लागू हो चुका है।
नए अमेरिकी टैरिफ से बने नए समीकरण, दुनिया भर में मचा हाहाकार
व्हाइट हाउस के अनुसार, कई देशों ने अब अमेरिका के साथ नए व्यापार समझौते करने की इच्छा जताई है। अमेरिका का कहना है कि इन देशों ने लंबे समय से उसके श्रमिकों के अधिकारों की अनदेखी की थी। ट्रंप प्रशासन अब यह सुनिश्चित कर रहा है कि अमेरिकी मज़दूरों और उद्योगों के हितों की अनदेखी भविष्य में न हो।
आने वाले समय में दिखेगा नई टैरिफ नीति का व्यापक असर
डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति ने अमेरिका को शॉर्ट टर्म में ज़रूर आर्थिक लाभ पहुंचाया है, लेकिन इसका असर पूरी दुनिया की इकोनॉमी पर साफ़ देखा जा सकता है। जहां एक तरफ़ अमेरिकी इंडस्ट्री को मजबूती मिल रही है, वहीं दूसरे देशों को नए रास्ते और समझौते तलाशने पड़ रहे हैं। अब देखना यह है कि यह रणनीति आने वाले समय में अमेरिका को दीर्घकालिक लाभ पहुंचाएगी या वैश्विक व्यापार के संतुलन को और बिगाड़ देगी।
यह भी पढ़ें:
Tariff War: चीन ने अमेरिका पर लगाया 84% टैरिफ, एक्शन से तिलमिला उठे ट्रंप
US Tariff Impact: अमेरिका के आगे क्यों गिडगिडाया बांग्लादेश ? ट्रम्प से मांगी तीन महीने की मोहलत