एक इंजेक्शन और घटना शुरू हो जाएगी आपकी उम्र, दुनिया के इस टापू में लगती है डोज
आपने कहानियों में सुना होगा कि देवताओं और असुरों में अमृत पीने की चाहत हमेशा रहती थी, जिससे वे अमर हो जाते थे। अमरता का ख्वाब इंसान भी सदियों से देखता आया है, क्योंकि मौत से हर कोई डरता है।
आज भले ही हम उन पुरानी कहानियों से काफी आगे बढ़ चुके हों, लेकिन लोग अभी भी जवान दिखने और उम्र को रोकने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं।
इसी बीच, एक ऐसी जगह भी है जहां लोग सच में अपनी उम्र को धीमा करने की कोशिश कर रहे हैं। इस आईलैंड पर लोग महंगे इंजेक्शन लगवा रहे हैं ताकि उनकी त्वचा जवां बनी रहे और उम्र का असर कम दिखे। यह कहानी किसी कल्पना से कम नहीं लगती, लेकिन यह हकीकत है!
कहां पर मिलता है ये इंजेक्शन?
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, सेंट्रल अमेरिका के होंडुरास में रोआटन नाम का एक छोटा सा द्वीप है, जो तट से करीब 40 मील दूर स्थित है। यहां अमेरिका से सीधी फ्लाइट लेकर पहुंचा जा सकता है। इसी द्वीप पर एक अनोखा शहर है – प्रोस्पेरा, जो अपने अलग टैक्स सिस्टम पर चलता है और बिटकॉइन के जरिए लेनदेन करता है।
लेकिन जो बात सबसे चौंकाने वाली है, वह यहां दिए जाने वाले अनधिकृत मेडिकल ट्रीटमेंट्स हैं। प्रोस्पेरा में ऐसे इलाज किए जाते हैं, जिनकी किसी भी मान्यता प्राप्त मेडिकल संस्था ने अनुमति नहीं दी है।
इन ट्रीटमेंट्स में सबसे ज्यादा हैरान करने वाला एक इंजेक्शन है, जिसे शरीर के डीएनए को बदलने के लिए डिज़ाइन किया गया है। दावा किया जाता है कि यह नेचुरल सेल्फ-रिपेयर सिस्टम को एक्टिवेट कर उम्र बढ़ने की प्रक्रिया रोक सकता है। दूसरे शब्दों में, इसे "अमरत्व का शॉट" कहा जा रहा है, जो न सिर्फ बुढ़ापे को रोकने बल्कि मृत्यु को भी टालने का दावा करता है!
यह कितना सच है और कितना झूठ, यह तो विज्ञान और रिसर्च ही बता सकते हैं। लेकिन यह जरूर साफ है कि ऐसा दावा दुनिया भर के वैज्ञानिकों और डॉक्टरों के लिए एक नई बहस का मुद्दा बन सकता है!
कितने का लगता है यह इंजेक्शन?
बायोटेक कंपनी मिनीसर्कल एक खास डीएनए इंजेक्शन बना रही है, जिसे अमेरिका में अवैध माना जाता है। इस इंजेक्शन का इस्तेमाल करने वालों में मशहूर बायोहैकर ब्रायन जॉनसन भी शामिल हैं। 2024 में उन्होंने यह इंजेक्शन लिया और दावा किया कि उन्हें अच्छे नतीजे मिले हैं।
हालांकि, अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने इस ट्रीटमेंट को मंजूरी नहीं दी है, जिससे इसके इस्तेमाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
इसके अलावा, इस इंजेक्शन की कीमत भी चौंकाने वाली है—एक इंजेक्शन की कीमत लगभग 22 लाख रुपये बताई जा रही है। दावा किया जा रहा है कि इसका असर दो साल तक बना रहता है। अब सवाल यह उठता है कि यह तकनीक विज्ञान की नई क्रांति है या फिर एक महंगा और जोखिम भरा प्रयोग?
कैसे करता है ये काम?
बायोटेक स्टार्टअप मिनीसर्कल का कहना है कि उसकी जीन थेरेपी शरीर पर असर डालने के लिए फॉलिस्टैटिन नामक प्रोटीन का इस्तेमाल करती है। कंपनी का दावा है कि यह थेरेपी उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकती है। मतलब, अगर कोई व्यक्ति इस ट्रीटमेंट को अपनाता है, तो उसकी उम्र हर 12 महीने में 1 साल नहीं बढ़ेगी, बल्कि 19 महीने में 1 साल बढ़ेगी।
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