नेशनलराजनीतिमनोरंजनखेलहेल्थ & लाइफ स्टाइलधर्म भक्तिटेक्नोलॉजीइंटरनेशनलबिजनेसचुनाव

कनाडाई उच्चायोग के सामने हिंदू-सिख समुदाय का फूटा गुस्सा, उच्चायोग के बाहर बढ़ाई गई सुरक्षा

कनाडा के ब्रैंपटन में हिंदू मंदिर पर हुए हमले के विरोध में, हिंदू और सिख संगठनों ने नई दिल्ली स्थित कनाडा उच्चायोग के सामने प्रदर्शन किया।
09:35 PM Nov 10, 2024 IST | Girijansh Gopalan
विरोध

राजधानी नई दिल्ली स्थित कनाडा उच्चायोग के सामने आज यानी रविवार को हिंदू और सिख संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया है। यह विरोध प्रदर्शन कनाडा के ब्रैंपटन में एक हिंदू मंदिर पर हुए हमले के बाद किया गया है, जिसमें खालिस्तान समर्थक समूह ने मंदिर के बाहर तोड़फोड़ और विरोध प्रदर्शन किया था। हालांकि इस घटना के बाद दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित कनाडाई मिशन के सामने सुरक्षा बढ़ाई गई, जिसमें दिल्ली पुलिस ने भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात कर कई स्तरों पर बैरिकेडिंग की गई है।

उच्चायोग के खिलाफ प्रदर्शन

बता दें कि रविवार को हिंदू सिख ग्लोबल फोरम के प्रदर्शनकारी कनाडाई उच्चायोग की ओर मार्च कर रहे थे। मार्च के दौरान कनाडा सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी हुई थी। इस दौरान प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेड्स को गिराने की कोशिश की थी. प्रदर्शनकारियों ने उच्चायोग के बाहर नारा लगाया है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि "हिंदू और सिख एक हैं" और "भारत अपने मंदिरों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा"।

कनाडा ब्रैंपटन मंदिर के बाहर की घटना

बता दें कि यह प्रदर्शन उन घटनाओं के विरोध में किया गया, जो कनाडा के ब्रैंपटन स्थित हिंदू सभा मंदिर के बाहर हुई थी। वहां नवंबर 4 को एक कांसुलर कैंप के दौरान खालिस्तान समर्थकों ने भक्तों पर हमला किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे "जानबूझकर किया गया हमला" और "भारतीय राजनयिकों को डराने का कायराना प्रयास" बताया था। ब्रैंपटन में इस घटना के बाद भी वहां के हिंदू-सिख समुदाय में काफी आक्रोश दिखा और वहां बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे। इसके अलावा, मिसिसागा में भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था।

खालिस्तानी समर्थक गिरफ्तार

कनाडाई अधिकारियों ने इस हिंसक घटना से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक गिरफ्तारी में इंदरजीत गोसल का नाम शामिल है, जो 'सिख्स फॉर जस्टिस' (एसएफजे) का प्रमुख ऑपरेटिव माना जाता है। एसएफजे संगठन भारत में प्रतिबंधित है, और गोसल को हथियार के साथ हमला करने का आरोप लगाया गया है।

मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी

पुलिस ने 8 नवंबर को 35 साल के इंदरजीत गोसाल को गिरफ्तार किया था। गोसाल ब्रांम्पटन का रहने वाला है। वह मंदिर पर हमले का मास्टरमाइंड है और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी बताया जा रहा है। ग्रेटर टोरंटो में हिंदू मंदिर पर हमले का पूरा प्लान इंदरजीत ने ही तैयार किया था। हालांकि गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इंदरजीत को जमानत पर छोड़ दिया है। उसे कोर्ट में हाजिर होने का निर्देश दिया गया है।

Tags :
CanadaCanadian High CommissionDemonstrationHindu-Sikh communityindiaOutrageProtest Security tightenedकनाडाकनाडाई उच्चायोगखालिस्तानीजस्टिन ट्रूडोभारतमंदिर पर हमलाराजनैतिक तनावविरोध प्रदर्शनसुरक्षा बढ़ाई गईहिंदू-सिख समुदाय

ट्रेंडिंग खबरें

Next Article