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अराकान आर्मी का रखाईन पर हुआ कब्जा, 60 हज़ार रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार छोड़ भागे बांग्लादेश

रखाइन स्टेट के ज्यादातर हिस्सों पर अराकान आर्मी नामक विद्रोही गुट ने कब्जा कर लिया है। लगभग 60 हजार रोहिंग्या मुसलमानों ने देश को छोड़कर पड़ोसी देशों में शरण ली है।
04:55 PM Dec 23, 2024 IST | Vyom Tiwari

म्यांमार में सेना और विद्रोही अराकान आर्मी के बीच बढ़ते संघर्ष के कारण फिर से बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलमानों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा है। बांग्लादेश के अधिकारियों के अनुसार, पिछले दो महीनों में करीब 60 हजार रोहिंग्या म्यांमार से भागकर बांग्लादेश पहुंचे हैं। बांग्लादेश के कॉक्स बाजार जिले में लगभग 12 लाख रोहिंग्या शरण लिए हुए हैं, जिनमें से ज्यादातर अगस्त 2017 में म्यांमार में सैन्य कार्रवाई के बाद बांग्लादेश आए थे।

थाईलैंड में इस समस्या को लेकर हुई थी बैठक 

बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर रोहिंग्याओं की घुसपैठ बढ़ने से भ्रष्टाचार भी बढ़ गया है। कुछ लोग पैसे लेकर रोहिंग्याओं को सीमा पार करा रहे हैं। इस मुद्दे पर बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्होंने हाल ही में थाईलैंड की यात्रा की थी। इस यात्रा के दौरान लाओस, थाईलैंड, भारत, चीन, म्यांमार और बांग्लादेश के बीच एक अनौपचारिक बैठक हुई थी।

60 हजार रोहिंग्या को बांग्लादेश ने दी शरण 

ढाका में तौहीद हुसैन ने कहा कि म्यांमार के मामले में हमारी स्थिति यह है कि हम अब और रोहिंग्या शरणार्थियों को अपने देश में नहीं आने दे सकते। लेकिन कभी-कभी हालात ऐसे बन जाते हैं कि हम कुछ ज्यादा नहीं कर सकते। ऐसे ही हालात में हमने करीब 60 हजार रोहिंग्या शरणार्थियों को बांग्लादेश आने की इजाजत दी है। हालांकि, हमने उन्हें आधिकारिक तौर पर नहीं बुलाया, बल्कि वे अलग-अलग रास्तों से यहां पहुंचे हैं।

बातचीत के जरिए समाधान निकाले म्यांमार- पड़ोसी देश

बीते हफ्ते थाईलैंड के विदेश मंत्री की अध्यक्षता में म्यांमार की स्थिति पर एक बैठक हुई थी। इस बैठक में म्यांमार के डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री भी शामिल हुए थे। बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन ने बताया कि म्यांमार के सभी पड़ोसी देशों को अब यह संभावना कम ही दिखती है कि रोहिंग्या लोग वापस म्यांमार लौटेंगे। हालांकि, बैठक में शामिल सभी देशों ने म्यांमार से अपील की कि वह अपनी आंतरिक समस्याओं को बातचीत के जरिए सुलझाए।

अराकान आर्मी का रखाईन पर कब्जा

विद्रोही संगठन अराकान आर्मी ने बांग्लादेश बॉर्डर के पास स्थित रखाईन राज्य के अधिकांश हिस्सों पर अपना कब्जा जमा लिया है। बांग्लादेश का कहना है कि बॉर्डर और रोहिंग्या शरणार्थियों से जुड़ी समस्याओं पर विद्रोही गुटों से बातचीत करना मुमकिन नहीं है। इसलिए, बांग्लादेश ने म्यांमार की सेना से इस समस्या का समाधान निकालने की मदद मांगी है।

 

 

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