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Parenting Tips: आपका बच्चा भी मोबाइल छिनने पर लगता है चिल्लाने, तो ऐसे करें हैंडल

Parenting Tips: आज के समय में मोबाइल लोगों के दिनचर्या का अहम हिस्सा (Parenting Tips) बन गया है। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सब ही इसके आदी हो चुके है। बातचीत से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग हर छोटी से लेकर...
09:04 AM Apr 04, 2024 IST | Juhi Jha

Parenting Tips: आज के समय में मोबाइल लोगों के दिनचर्या का अहम हिस्सा (Parenting Tips) बन गया है। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सब ही इसके आदी हो चुके है। बातचीत से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग हर छोटी से लेकर बड़े काम फोन से ही पूरे किए जाते है। हालांकि आज के समय में छोटे बच्चे भी मोबाइल के बिना रह नहीं सकते। छोटे बच्चे अक्सर मोबाइल पर गेम और वीडियो देखने की जिद्द करते रहते है तो वहीं टीनएजर्स सोशल मीडिया पर अपना समय गुजारना पसंद करते है।

लेकिन आज हम इस आर्टिक्ल के द्वारा 3 से 12 साल तक के बच्चों के बारे में बात करने जा रहे है कि क्या इस उम्र के बच्चों का मोबाइल चलाना सही है? क्या इसकी जरूरत है? कई बार अभिभाव​क इसी बात को लेकर परेशान रहते है उनका बच्चा दिनभर फोन में लगा रहता है और फोन वापिस लेने पर चीखने, चिल्लाने या रोने लगता है। धीरे धीरे बच्चे चिड़चिड़े और गुस्सैल बनते जाते है। तो ऐसे में बच्चों को मोबाइल से कैसे दूर रखे और उनकी ये आदत कैसे छुड़ाए। आज हम आपको इस आर्टिक्ल के द्वारा कुछ ऐसे ही टिप्स बताने जा रहे है:—

फिजिकल एक्टीविटी

बच्चों का शारीरिक रूप से फीट रहना काफी जरूरी होता है। ऐसे में आप कोशिश करें कि बच्चा बाहर पार्क में खेलने जाए और ज्यादा समय बिताएं। इससे उसका ध्यान खेलने और दूसरी एक्टीविटी में लगेगा जो उसे फोन से दूर रखने में मदद करेगा।

बच्चों के सामने फोन कम करे इस्तेमाल

बच्चे सबसे ज्यादा अभिभावक के व्यवहार व आसपास के माहौल से ही ​सीखते है। इसलिए कोशिश करें कि छोटे बच्चों के सामने आप भी फोन का कम इस्तेमाल करे और ज्यादा से ज्यादा बच्चे के साथ में समय बिताए। ये उपाय बच्चे के विकास के लिए बहुत जरूरी माना जाता है और साथ ही कारगर भी साबित होता है।

शांत रहने की करें कोशिश

कई बार बच्चे से फोन जबरदस्ती छिनने पर वह रोने, चीखने चिल्लाने या फिर सामान को इधर उधर फेकने लगता है। ऐसी परिस्थिति में बच्चे पर गुस्सा या मारने पीटने से स्थिति ज्यादा खराब हो सकती है। इससे अच्छा है कि आप उसे ये बात प्यार से समझाए और शांत रहे। शांत आवाज में उनसे बात करे ऐसा करने से बच्चा भी शांत हो जाएगा और वह आपकी बात समझेगा।

नियम के साथ अनुशासन बनाएं

मोबाइल का इस्तेमाल करने के लिए एक नियम और समय तय करे और बच्चे को इसके बार स्पष्ट रूप से समझाए। इन नियमों का पालन करने पर बच्चों को जोर दे। अगर बच्चा नियमों का पालन नहीं करे तो उसे शांत तरीके से समझाए और जरूरत पड़ने पर कुछ देर के लिए उन्हें फोन ना दे। ऐसा करने से धीरे धीरे बच्चा​ नियमों का पालन करने लग जाएगा। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे के ​प्रति मोबाइल को लेकर जरूरत से ज्यादा सख्त ना बने।

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