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युजवेंद्र-धनश्री का सिर्फ एक महीने में हुआ 'म्यूचुअल डिवोर्स', 45 मिनट तक चली काउंसलिंग, जानें तलाक की बड़ी बातें

क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा ने फरवरी में तलाक के लिए अर्जी दी थी और सिर्फ एक महीने में उनका तलाक हो गया है। आइए आपको बताते हैं।
06:02 PM Mar 20, 2025 IST | Pooja

Yuzvendra-Dhanashree Divorce: इंडियन क्रिकेट टीम के बेहतरीन स्पिनर युजवेंद्र चहल और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर व डांसर धनश्री वर्मा का 20 मार्च 2025 को तलाक हो गया है। दोनों ने फरवरी 2025 में मुंबई के बांद्रा फैमिली कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दी थी और एक महीने बाद ही दोनों का आपसी सहमति (म्यूचुअल डिवोर्स) से तलाक हो गया है। म्यूचुअल डिवोर्स हिंदू मैरिज एक्ट 1955 की धारा 13B के तहत मान्य है।

धनश्री और चहल ने लिया म्यूचुअल डिवोर्स

खबरों की मानें, तो धनश्री और चहल पिछले ढाई सालों से अलग रह रहे थे, क्योंकि दोनों के बीच कुछ समस्याएं थीं। ऐसे में दोनों ने फरवरी 2025 में बांद्रा के फैमिली कोर्ट में तलाक के अर्जी दी थी। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें काउंसलिंग के लिए कहा था। उनकी यह काउंसलिंग 45 मिनट तक चली थी, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वे दोनों तलाक चाहते हैं। ऐसे में उन्हें तलाक की मंजूरी दे दी गई।

धनश्री और चहल के तलाक की बड़ी बातें

एलिमनी (गुजारा भत्ता): तलाक के बाद पति की ओर से पत्नी को जो गुजारा भत्ता दिया जाता है, उसे एलिमनी कहते हैं। चहल और धनश्री के मामले में 4.75 करोड़ रुपए पर बात बनी थी। इस रकम में से 2.37 करोड़ रुपए चहल पहले ही दे चुके हैं। हालांकि, पहले खबरें थीं कि धनश्री ने 60 करोड़ की मांग की थी, लेकिन उनकी फैमिली ने इस दावे को खारिज कर दिया था।

आपसी सहमति: धनश्री और युजवेंद्र का तलाक आपसी सहमति से हुआ है। यह एक ऐसी प्रोसेस है, जिसमें कोई कानूनी विवाद या आरोप-प्रत्यारोप नहीं होता है। ऐसे में दोनों पक्ष शांति से अलग हो जाते हैं।

म्यूचुअल डिवोर्स की प्रोसेस

संयुक्त अर्जी देना: म्यूचुअल डिवोर्स की प्रोसेस में दोनों पक्ष जॉइंट अपील दर्ज करते हैं, जिसमें वे साबित करते हैं कि उन्हें तलाक चाहिए, क्योंकि वे साथ नहीं रह सकते हैं।
कूलिंग-ऑफ पीरियड: बता दें कि तलाक की अर्जी के बाद आमतौर पर कपल को 6 महीने का कूलिंग-ऑफ पीरियड दिया जाता है, ताकि वे अपने रिश्ते को सुधारने पर दोबारा विचार कर सके। हालांकि, धनश्री और चहल ने इसे खारिज करने के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट में अपील की थी। जिसे कोर्ट ने माफ भी कर दिया था। दरअसल, दोनों पहले से ही अलग रह रहे थे।
काउंसलिंग: इस प्रोसेस में कोर्ट काउंसलिंग के लिए भी आदेश देता है, ताकि यह समझने में मदद मिले कि कपल तलाक क्यों लेना चाहता है और उन्होंने सोच-समझकर फैसला लिया है या नहीं।
तलाक के केस की अंतिम सुनवाई: जब तलाक के मामले पर दोनों पक्षों की सहमति की पुष्टि हो जाती है, तब आखिर में कोर्ट तलाक का फैसला सुनाता है। कोर्ट के लिए भी यह फैसला सुनाना काफी आसान होता है, क्योंकि दोनों पक्ष पहले से ही तलाक के लिए तैयार रहते हैं। चहल और धनश्री का तलाक 20 फरवरी 2025 को फाइनल हुआ था।

बता दें धनश्री और युजवेंद्र चहल ने साल 2020 में शादी की थी। दोनों कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान डांस सीखते हुए एक-दूसरे के करीब आए थे। अगस्त 2020 में उन्होंने सगाई की थी और दिसंबर में उन्होंने शादी कर ली थी। हालांकि, 5 सालों के अंदर उनके रिश्ते में उथल-पुथल मच गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों करीब ढाई सालों से अलग रह रहे हैं। हालांकि, अभी तक उन दोनों में से किसी ने भी अपने तलाक पर खुलकर बात नहीं की है।

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