सोहा अली खान का खुलासा- 'परदादी को भूत ने जड़ा था थप्पड़', पीली कोठी को रातों-रात कर दिया था खाली
सोहा अली खान बी-टाउन की पॉपुलर एक्ट्रेस हैं, जिन्होंने लंबे समय बाद फिल्म 'छोरी 2' से बड़े पर्दे पर वापसी की है। इस हॉरर फिल्म में सोहा की एक्टिंग की भी काफी सराहना की जा रही है। इस बीच, सोहा ने पटौदी पैलेस के बगल में स्थित अपनी पीली कोठी में हुई एक डरावनी घटना का खुलासा किया है।
सोहा अली खान ने अपने पैतृक घर में हुई डरावनी घटना को किया याद
अपनी फिल्म 'छोरी 2' के प्रमोशन के दौरान, सोहा अली खान ने एक डरावनी घटना का खुलासा किया, जो तब हुई थी जब उनका परिवार पटौदी पैलेस के बगल में स्थित पीली कोठी में रहता था। उन्होंने बताया कि जब वह पैदा भी नहीं हुई थीं, तब उनकी परदादी को भूत ने इस तरह थप्पड़ मारा था कि उनके चेहरे पर निशान पड़ गए थे, जो दूसरों को भी दिखाई दे रहे थे।
सोहा के शब्दों में, ''मेरे परिवार को अपनी कोठी रातों-रात खाली करनी पड़ गई थी। मुझे नहीं पता कि यह कितना सच है, क्योंकि जाहिर है मैं उस समय मौजूद नहीं थी, लेकिन मेरी परदादी को भूत ने थप्पड़ मारा था और उनके चेहरे पर निशान साफ नजर आ रहे थे।"
सोहा को क्यों नहीं मिला प्रिंसेस का टैग
सोहा अली खान पटौदी परिवार से ताल्लुक रखती हैं, लेकिन अपने भाई सैफ अली खान की तरह राजकुमारी का खिताब नहीं मिला है। उन्होंने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा Housing.com से कहा कि उनके दादा इफ्तिखार अली खान, पटौदी के नवाब थे और उनकी दादी साजिदा सुल्तान भोपाल की बेगम थीं। सैफ अली खान का जन्म 1970 में हुआ था और तब तक उनके पिता मंसूर अली खान पटौदी को भारत सरकार से प्रिवी पर्स मिल चुका था और उन्हें 1971 तक ही नवाब की उपाधि का इस्तेमाल करने की अनुमति थी। चूंकि सैफ का जन्म 1970 में हुआ था, इसलिए उन्हें प्रिंस की उपाधि मिली। दूसरी ओर सोहा का जन्म 1987 में हुआ था और तब तक शाही उपाधियां समाप्त हो चुकी थीं, इसलिए उन्हें प्रिंसेस का टैग नहीं मिल सका।
पटौदी पैलेस के बारे में
पटौदी पैलेस की बात करें, तो इसका स्वामित्व पटौदी परिवार के पास है और यह हरियाणा के पटौदी में स्थित है। इस पैलेस में कई बॉलीवुड फ़िल्मों जैसे 'वीर ज़ारा', 'मंगल पांडे', 'ईट प्रे लव', 'मेरे ब्रदर की दुल्हन' और 'एनिमल' की शूटिंग हो चुकी है। रिपोर्ट्स की मानें, तो पटौदी पैलेस की कीमत 800 करोड़ रुपए है।
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