कुणाल कामरा ने ठुकराया बिग-बॉस का ऑफर,कहा 'मैं पागलखाने में जाकर जांच कराना पसंद करूंगा
Kunal Kamra:कॉमेडियन कुणाल कामरा इन दिनों अपने हालिया शो में गाए गए गाने की वजह से चर्चा में हैं। हालांकि यह गाना महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ पर निशाना बताया जा रहा है। जिसके कारण बड़ा विवाद खड़ा हो गया। शिवसेना के एक विधायक ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। विवादों के बीच अब कुणाल कामरा एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं, क्योंकि उन्होंने दावा किया है कि सलमान खान के विवादित शो बिग बॉस के अगले सीजन के लिए उनसे संपर्क किया गया था।
सोशल मीडिया पर शेयर किया स्क्रीनशॉट
कुणाल कामरा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक मैसेज का स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जो उन्हें बिग बॉस के कास्टिंग डायरेक्टर से मिला था, जिसमें उन्हें शो में भाग लेने के लिए कहा गया था।कुणाल कामरा को भेजे गए इस मैसज में लिखा था, 'मैं बिग बॉस के इस सीजन के लिए कास्टिंग संभाल रहा हूं और आपका नाम किसी ऐसे व्यक्ति के रूप में सामने आया है जो उन्हें दिलचस्प लग सकता है। मुझे पता है कि यह शायद आपके रडार पर नहीं रहा होगा, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो यह अपनी असली वाइब दिखाने और बड़े पैमाने पर दर्शकों का दिल जीतने का एक बेहतरीन मंच है। आप क्या सोचते हैं? क्या हमें इस बारे में बात करनी चाहिए?'
कुणाल कमरा ने दिए ये रिप्लाई
कुणाल कामरा ने उस व्यक्ति को जवाब दिया और ऑफर रिजेक्ट कर दिया। जवाब में, कॉमेडियन ने लिखा, 'मैं मानसिक अस्पताल में जांच करवाना पसंद करूंगा, उन्होंने कहानी में सलमान खान का गाना भी जोड़ा। आपको बता दें, बिग बॉस 18 जनवरी में खत्म हो गया था और करण वीर मेहरा विजेता बने थे। अब चर्चा बिग बॉस ओटीटी के अगले सीजन को लेकर है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि कुणाल कामरा को बिग बॉस ओटीटी 4 या बिग बॉस 19 के लिए अप्रोच किया गया था या नहीं।
बुक माई शो के साथ भी हुआ विवाद
एक रिपोर्ट के अनुसार, कुणाल कामरा और विवाद के बारे में बात करते हुए, कॉमेडियन ने एफआईआर को चुनौती देते हुए कहा है कि यह संविधान के अनुच्छेद 19 और 21 के तहत उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने उन्हें 17 अप्रैल तक गिरफ़्तारी से सुरक्षा प्रदान की है। कुणाल कामरा का विवाद तब और बढ़ गया जब उन्होंने BookMyShow पर उन्हें डीलिस्ट करने का आरोप लगाया। बदले में, प्लेटफ़ॉर्म ने एक बयान जारी कर कहा कि तथ्यों को सार्वजनिक रूप से गलत तरीके से पेश किया गया है।
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