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Ram Mandir Flag: राम मंदिर के ध्वज पर होगा यह पेड़, रामायण काल से जुड़ा है संबंध

राजस्थान डिजिटल डेस्क। Ram Mandir Flag : अयोध्या के राम मंदिर (Ram Mandir Flag) पर फहराने के लिए एक खास  ध्वज बनाया गया है। इस ध्वज में भगवान सूर्य के साथ एक खास कोविदार वृक्ष को जगह दी गई। जिसका...
05:43 PM Jan 18, 2024 IST | Juhi Jha

राजस्थान डिजिटल डेस्क। Ram Mandir Flag : अयोध्या के राम मंदिर (Ram Mandir Flag) पर फहराने के लिए एक खास  ध्वज बनाया गया है। इस ध्वज में भगवान सूर्य के साथ एक खास कोविदार वृक्ष को जगह दी गई। जिसका सीधा संबंध रामायण काल से जुड़ा हुआ है। दरअसल कोविदार वृक्ष भगवान श्रीराम के अयोध्या का राजवृक्ष था। इस ध्वज पर बना सूर्य का प्रतीक भगवान राम का वंश और कोविदार वृक्ष अयोध्या के साम्राज्य, शक्ति और संप्रभुता को दर्शाता है।

रीवा के ललित मिश्रा ने बनाया ध्वज:-

रीवा के हरदुआ गांव के रहने वाले ललित मिश्रा को राम मंदिर के लिए ध्वज बनाने की जिम्मेदारी सौपी गई थी। ललित मिश्रा ने बताया कि कोविदार वृक्ष भगवान राम के समय में अयोध्या के राजध्वज में अंकित हुआ करता था।। इसे एक तरह से अयोध्या का राजवृक्ष कहा जाता था। जैसे आज के समय में बरगद पेड़ को राष्ट्रीय वृक्ष माना जाता है। बता दें कि ललित उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के अयोध्या शोध संस्थान से जुड़े हुए है और संस्थान के डायरेक्टर डॉ लवकुश द्विवेदी के निर्देश पर उन्होंने रामचरितमानस सहित कई धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया। जिसके बाद जो तथ्य निकल कर आया उसी के आधार पर राम मंदिर के ध्वज का निर्माण किया गया।

 

रामायण से जुड़ा किस्सा:-

वाल्मीकि ने रामायण में ध्वज से जुड़े एक किस्सा का जिक्र किया है रामायण में लिखे इस कथन के अनुसार जब भरत भगवान श्रीराम से अयोध्या वापस लौटने का आग्रह करने के लिए चित्रकूट गए थे तब उनके रथ पर ध्वज में कोविदार वृक्ष को देखकर उन्होंने दूर से ही लक्ष्मण ने पहचान लिया था अयोध्या की सेना आई है।

स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी कोविदार वृक्ष:-

ध्वज पर अंकित कोविदार वृक्ष से जुड़े तथ्यों के बारे में ललित मिश्रा ने बताया कि मान्यता अनुसार इस वृक्ष की कहानी त्रेता युग से मानी जाती है। जिसका जिक्र हरिवंश पुराण में भी किया गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ऋषि कश्यप द्वारा इस वृक्ष को बनाया गया था। यह वृक्ष पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण और उपयोगी माना जाता है। इस वृक्ष में कई औषधीय गुण पाए जाते है जिनका वर्णन कई आयुर्वेद के ग्रंथों में भी मिलता है। शायद इसी वजह से कोविदार वृक्ष अयोध्या के ध्वज में शामिल किया गया था।

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