30 अप्रैल से शुरू होगी चारधाम यात्रा, सरकार ने जारी की गाइडलाइंस
सनातन धर्म की सबसे पवित्र तीर्थयात्राओं में से एक चारधाम यात्रा, एक ऐसा आध्यात्मिक अनुभव है, जो ना सिर्फ आस्था से जुड़ा है बल्कि भक्तों की शारीरिक और मानसिक मजबूती की भी परीक्षा लेता है। इस बार चारधाम यात्रा (केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) 30 अप्रैल 2025 से शुरू हो रही है। यात्रा के लिए इस बार पहले ही रिकॉर्ड तोड़ रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, जो यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं के भारी उत्साह को बताता है।
चारधाम यात्रा के लिए चाहिए शारीरिक और मानसिक तंदरुस्ती
चारधाम यात्रा में आने वाले चारों तीर्थस्थलों की ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मीटर से भी ज्यादा है, जहां ठंडक, ऑक्सीजन की कमी, और अल्ट्रा वायलेट रेडिएशन जैसे प्राकृतिक बदलावों का असर आपके शरीर पर पड़ सकता है। ऐसे में उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने एक हेल्थ एडवाइजरी जारी की है ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपनी यात्रा पूरी कर सकें। आइए जानते हैं यात्रा की तैयारी कैसे करें।
यात्रा के अच्छे अनुभव के लिए ऐसे करें प्लानिंग
यदि आप भी चारधाम यात्रा का पूरा आनंद उठाना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप कुछ बातों को ध्यान रखें, अन्यथा यह यात्रा आपके लिए कष्टदायक भी हो सकती है। जानिए ऐसी ही कुछ जरूरी चीजों के बारे में
- अपनी यात्रा को कम से कम 7 दिनों के लिए प्लान करें, ताकि शरीर को वातावरण के अनुसार ढलने का समय मिले।
- ट्रेकिंग करते समय हर एक घंटे बाद 5 से 10 मिनट का ब्रेक लें। अगर आप वाहन से यात्रा कर रहे हैं, तो हर दो घंटे पर रुकें और थोड़ा स्ट्रेच करें।
यात्रा के लिए अपने शरीर को बनाएं मजबूत
चारधाम यात्रा के लिए स्वस्थ शरीर और प्रबल इच्छाशक्ति चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार आप कुछ बेहद ही सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रख कर अपने शरीर को इस कठिन यात्रा के लिए तैयार कर सकते हैं। जानिए क्या हैं ये जरूरी बातें
- यात्रा से कम से कम 2 हफ्ते पहले से रोजाना 20-30 मिनट टहलने की आदत डालें।
- 5-10 मिनट की ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ (सांस से जुड़ी कसरत) करें, ताकि ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी का असर कम हो।
- अगर आपकी उम्र 55 साल से ज्यादा है या आप हृदय रोग, अस्थमा, डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से हेल्थ चेकअप जरूर कराएं।
पैकिंग के दौरान अपने साथ रखे ये जरूरी सामान
- सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़े जैसे ऊनी स्वेटर, थर्मल वियर, पफर जैकेट, दस्ताने और मोजे जरूर पैक करें।
- यात्रा में कभी भी बारिश की स्थिति बन सकती है, अतः बारिश की स्थिति में रेनकोट और छाता आपके सबसे अच्छे दोस्त बन सकते हैं।
- स्वास्थ्य जांच के लिए पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर साथ रखें।
- यदि आप पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं, तो अपनी दवाएं, मेडिकल टेस्ट किट और डॉक्टर का नंबर हमेशा साथ रखें।
मौसम और स्वास्थ्य का ध्यान रखें
यात्रा से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें। पहाड़ी इलाकों में मौसम तेजी से बदलता है, इसलिए खुद को हर स्थिति के लिए तैयार रखें। यदि आपका डॉक्टर यात्रा से मना करता है, तो उनकी सलाह मानना ही समझदारी होगी। साथ ही अपने स्वास्थ्य से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातों का भी ध्यान रखें ताकि बाद में अनावश्यक परेशानी न हो।
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