लॉरेंस बिश्नोई का गुर्गा चढ़ा पुलिस के हत्थे,चंडीगढ़ के पास बड़ी साजिश नाकाम
Lavish Grover encounter arrest: पंजाब पुलिस ने एक बार फिर लॉरेंस बिश्नोई गैंग की कमर तोड़ने वाला करारा झटका दिया है। चंडीगढ़ से सटे जीरकपुर में कुख्यात गैंगस्टर लविश ग्रोवर को मुठभेड़ के बाद धर दबोचा गया। यह शातिर अपराधी एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहा था, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने उसके नापाक इरादों पर पानी फेर दिया। मुठभेड़ में गोली लगने से घायल लविश अब अस्पताल में है, और उसके पास से प्रतिबंधित हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है। यह कहानी जितनी खतरनाक है, उतनी ही रोमांचक भी।
#WATCH | Zirakpur, Punjab | SAS Nagar SP (rural) Manpreet Singh says, "We have a campaign going on against anti-social elements... We had received information that there is a boy named Lavish Grover here, who is a resident of Ludhiana and already has 10 cases registered against… pic.twitter.com/Q0bCQ2eE6A
— ANI (@ANI) March 21, 2025
पुलिस ने ऐसे बिछाया जाल
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक नामी गुर्गा लविश ग्रोवर पिछले कई दिनों से जीरकपुर में अपने नेटवर्क को फैला रहा था। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि वह शिवा एन्क्लेव में छिपा है और किसी बड़े कांड की तैयारी कर रहा है। एसपी रूरल मनप्रीत सिंह ने बताया कि जैसे ही विशेष टीम ने फ्लैट को घेरा, लविश ने पुलिस को देखते ही पिस्टल तान दी। उसने तीन गोलियां चलाईं, लेकिन पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उसे टांग में गोली मारकर घायल कर दिया। घायल हालत में उसे डेराबस्सी के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
हथियारों का जखीरा और नशे का खेल
पुलिस ने लविश के कब्जे से तीन हथियार और नशीले पदार्थ बरामद किए। हैरानी की बात यह है कि इनमें से कुछ हथियार भारत में प्रतिबंधित हैं, जो इस गैंग की पहुंच और खतरनाक मंसूबों को दर्शाता है। लुधियाना का रहने वाला लविश जीरकपुर में किराए के फ्लैट में ठहरा था और इलाके में अपनी गतिविधियां चला रहा था। पुलिस पिछले कई दिनों से उसकी हर हरकत पर नजर रखे हुए थी। अब अस्पताल से छुट्टी मिलते ही उससे गहन पूछताछ की जाएगी, ताकि साजिश की जड़ तक पहुंचा जा सके।
अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह
लविश ग्रोवर कोई छोटा-मोटा अपराधी नहीं है। उसके खिलाफ हत्या, लूट, हत्या का प्रयास और आर्म्स एक्ट जैसे 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। लॉरेंस बिश्नोई गैंग का यह सिपाही पहले भी कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। उसकी गिरफ्तारी से पुलिस को गैंग के नेटवर्क और अगली साजिशों का पता लगाने में बड़ी मदद मिल सकती है। यह पहली बार नहीं है जब बिश्नोई गैंग के गुर्गे पंजाब में पकड़े गए हों, लेकिन हर बार पुलिस की सतर्कता ने बड़ी अनहोनी को टाल दिया।
मुठभेड़ का भयानक मंजर
21 मार्च 2025 की शाम को जीरकपुर में जो हुआ, वो किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था। पुलिस जब फ्लैट के पास पहुंची, तो लविश को भनक लगते ही उसने हथियार उठा लिया। तीन गोलियां चलाकर वह भागने की कोशिश में था, लेकिन पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए उसे ढेर कर दिया। गोली टांग में लगते ही वह जमीन पर गिर पड़ा। यह मुठभेड़ न सिर्फ पुलिस की बहादुरी की मिसाल है, बल्कि यह भी दिखाती है कि अपराध की दुनिया में कितना खौफ फैला हुआ है। अब सवाल यह है कि क्या लविश की गिरफ्तारी से बिश्नोई गैंग कमजोर होगा, या यह कहानी अभी और ट्विस्ट लेगी?
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