भोपाल का ‘डांस क्लास सेक्स रैकेट’: दोस्ती, नशा, वीडियो और ब्लैकमेलिंग से उजड़े कई घर, साहिल गैंग की गंदी साजिश बेनकाब
राजधानी भोपाल में एक ऐसा घिनौना कांड सामने आया है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। यहां एक गिरोह ने दोस्ती और मौज-मस्ती के जाल में फंसाकर हिंदू युवतियों को अपनी हवस का शिकार बनाया। पुलिस की तहकीकात में हर रोज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं, जिसने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया है।
डांस सिखाने के नाम पर दोस्ती और फिर धीरे-धीरे फंदा
यह कहानी शुरू होती है अशोका गार्डन इलाके में चलने वाली एक डांस क्लास से। इस क्लास का संचालक साहिल लड़कियों से बड़ी आसानी से दोस्ती कर लेता था। पुलिस के अनुसार, पन्ना जिले का रहने वाला साहिल डांस सिखाने के बहाने लड़कियों के करीब आता, उन्हें अपनी बातों में उलझाता और फिर उन्हें बाइक पर घुमाने ले जाता।
हाई-फाई लाइफ का झांसा, फिर गांजा-शराब और वीडियो का जाल
लेकिन यह दोस्ती और घुमाना-फिराना सिर्फ एक दिखावा था। साहिल का असली मकसद तो कुछ और ही था। वह इन लड़कियों को शहर के पब और हुक्का लाउंज में ले जाता, जहां उसकी मुलाकात गिरोह के अन्य लड़कों से करवाता। इन युवतियों को हाई-प्रोफाइल जिंदगी के सपने दिखाए जाते, उन्हें गांजा और शराब पिलाई जाती। नशे की हालत में उनके आपत्तिजनक वीडियो भी बनाए जाते थे।
गंदे वीडियो से डराकर कई बार किया गया शारीरिक शोषण
फिर शुरू होता था दरिंदगी का असली खेल। नशे में धुत युवतियों को कमरे में ले जाकर उनके साथ दुष्कर्म किया जाता। इस घिनौनी वारदात का भी वीडियो बनाया जाता और बाद में इसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर साहिल खुद भी कई बार इन लड़कियों का यौन शोषण करता रहा। इतना ही नहीं, उस पर यह भी आरोप है कि वह युवतियों पर दूसरे लड़कों के साथ संबंध बनाने का दबाव डालता था।
गैंग में शामिल थी एक महिला भी, ब्यूटी पार्लर के बहाने निभा रही थी किरदार
बागसेवनिया थाने में दर्ज एफआईआर में साहिल का नाम मुख्य आरोपी के तौर पर सामने आया है और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन इस पूरे मामले में कुछ और भी किरदार हैं, जिनकी भूमिका की जांच पुलिस कर रही है। इनमें एक ब्यूटी पार्लर चलाने वाली युवती का नाम भी सामने आ रहा है, जिसके इस गिरोह से संबंध बताए जा रहे हैं।
1992 के बहुचर्चित अजमेर कांड की याद दिला दी इस घटना ने
यह मामला अजमेर के बहुचर्चित कांड की याद दिलाता है, जहां लड़कियों को इसी तरह दोस्ती के जाल में फंसाकर उनका शोषण किया गया था। भोपाल का यह मामला एक बार फिर समाज में महिलाओं की सुरक्षा और इस तरह के अपराधों पर लगाम लगाने की जरूरत को रेखांकित करता है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने और इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने में जुटी है, ताकि इंसाफ मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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