नेशनलराजनीतिमनोरंजनखेलहेल्थ & लाइफ स्टाइलधर्म भक्तिटेक्नोलॉजीइंटरनेशनलबिजनेसचुनाव

Tuhin Kanta Pandey: नए SEBI चीफ का बजट 2025–26 से क्या कनेक्शन? जानिए उनकी हिस्ट्री

भारत सरकार ने तुहिन कांता पांडे को SEBI चेयरमैन बनाया। 2025-26 बजट में अहम भूमिका निभाने वाले पांडे की चुनौतियां और बजट 2025 से नाता जानिए।
11:26 AM Feb 28, 2025 IST | Rohit Agrawal

Tuhin Kanta Pandey: भारत सरकार ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के नए चेयरमैन के रूप में तुहिन कांता पांडे की नियुक्ति की घोषणा की है। बता दें कि वर्तमान में वित्त सचिव के पद पर कार्यरत तुहिन पांडे, माधबी पुरी बुच का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल इस महीने समाप्त हो रहा है। पांडे की नियुक्ति तीन साल के लिए या अगले आदेश तक के लिए की गई है।

2025-26 के बजट में तुहिन की भूमिका

तुहिन कांता पांडे ने हाल के वर्षों में कुछ बड़े वित्तीय निर्णय लेने में सरकार के साथ बड़ी भूमिका निभाई है। बता दें कि उन्होंने 2025-26 के बजट को आकार देने में मदद की, जिसमें मध्यम वर्ग को 1 लाख करोड़ रुपये का टैक्स राहत प्रदान की गई थी। इसके अलावा, उन्होंने नए इनकम टैक्स बिल को तैयार करने में भी योगदान दिया, जो 1961 के आयकर अधिनियम को बदलने के लिए तैयार किया गया है।

कौन हैं तुहिन पांडे ?

 

तुहिन कांता पांडे 1987 बैच के ओडिशा कैडर के IAS अधिकारी हैं। उन्होंने मोदी सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे पहले DIPAM (निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग) के सचिव रहे हैं और बाद में उन्हें लोक उद्यम विभाग (DPE) का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। इसके बाद, उन्हें वित्त मंत्रालय में वित्त सचिव नियुक्त किया गया। वहीं पांडे ने एयर इंडिया, नीलांचल इस्पात के निजीकरण और LIC के IPO में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 2021 में, उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय में सचिव के रूप में भी कार्य किया, जहां उन्होंने एयर इंडिया को टाटा समूह को बेचने की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई।

क्या है तुहिन पांडे का एजुकेशन?

Tuhin Kanta Pandey ने पंजाब यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र और अंग्रेजी में मास्टर डिग्री हासिल की है। इसके बाद, उन्होंने बर्मिंघम यूनिवर्सिटी, यूके से MBA किया। उनकी शैक्षणिक और प्रशासनिक पृष्ठभूमि ने उन्हें वित्तीय और आर्थिक नीतियों के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने में मदद की है।

SEBI चेयरमैन के रूप में चुनौतियां

तुहिन पांडे को ऐसे समय में SEBI का चेयरमैन नियुक्त किया गया है, जब शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है और निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डूब गए हैं। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती बाजार की स्थिरता बनाए रखना, निवेशकों का विश्वास बढ़ाना और नियमों का पालन सुनिश्चित करना होगा। वहीं SEBI चेयरमैन के रूप में उनकी प्रमुख जिम्मेदारियों में शेयर बाजार की देखरेख करना, निवेशकों के हितों की रक्षा करना और बाजार में पारदर्शिता बनाए रखना शामिल होगा।

इतनी मिलेगी सैलरी

SEBI चेयरमैन के रूप में Tuhin Kanta Pandey को भारत सरकार के सचिव के बराबर वेतन मिलेगा। उनकी मासिक सैलरी 5,62,500 रुपये (मकान और कार के बिना) होगी। इसके अलावा, उन्हें अन्य सरकारी सुविधाएं और भत्ते भी प्रदान किए जाएंगे।

यह भी पढ़ें:

Bybit पर हुआ अब तक का सबसे बड़ा क्रिप्टो हैक, 1.5 बिलियन डॉलर के Ethereum की चोरी

गिरावट से उबर नहीं पा रहा है भारतीय शेयर बाजार, Tata Motors के शेयर की कीमत हुई आधी...

Tags :
Air India PrivatizationBudget 2025-26Financial ReformsinvestmentLIC IPOModi GovernmentSEBI Chairmanstock marketTax reliefTuhin Kanta Pandey

ट्रेंडिंग खबरें

Next Article