DWARKA EXPRESSWAY: 8 लेन, सिंगल पिलर और 9000 करोड़ की लागत, जानें द्वारका एक्सप्रेसवे से जुड़ी कुछ खास बातें
DWARKA EXPRESSWAY: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार को द्वारका एक्सप्रेसवे (DWARKA EXPRESSWAY) के हरियाणा खंड का उद्घाटन किया। ये देश का पहला एलिवेटेड एक्सप्रेसवे है। द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ ही पीएम मोदी ने 144 सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। द्वारका एक्सप्रेसवे के हरियाणा खंड का उद्घाटन करने से NH-48 पर दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यातायात के दबाव को कम करने में मदद मिलेगा और साथ ही गुरुग्राम के 30 से 35 नए सेक्टर और 50 गांवों को कनेक्टविटी का फायदा भी मिलेगा। बता दें कि 8 लेन वाले द्वारका एक्सप्रेसवे के 19 किलोमीटर लंबे हरियाणा खंड का निर्माण 900 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर तैयार किया गया है। इससे दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे और गुरुग्राम बाईपास से सीधी कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी।
9 हजार करोड़ की लागत से बनाया गया द्वारका एक्सप्रेसवे
द्वारका एक्सप्रेसवे की खास बता है कि इस एक्सप्रेसवे पर टनल, अंडरपास, फ्लाईओवर और फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाई ओवर भी होगा और साथ ही दिल्ली व गुरुग्राम के आईजीआई एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इस एक्सप्रेसवे से नए सेक्टरों में रहने वाले लोगों को काफी फायदा होगा। द्वारका एक्सप्रेसवे को 9 हजार करोड़ की लागत से बनाया गया है। बता दें कि कुल 29.5 किलोमीटर एक्सप्रेसवे में से 19 किमी गुरुग्राम से होकर गुजरता है। इसे अंतिम रूप देने के लिए एनएचएआई के अधिकारी कार्य में जुटे है। खबरों की मानें तो आचार संहिता से पहले गुरुग्राम इलाके में द्वारका एक्सप्रेस-वे का 19 किलोमीटर लंबा हिस्सा जनता के लिए खोल दिया जाएगा। वहीं दिल्ली में करीब नौ किलोमीटर का पैच वर्क जून तक पूरा होने की संभावना है।
4 भागों में बांटा गया है एक्सप्रेसवे
एक्सप्रेसवे को चार खंडों में बांटा गया है। जिसमें पहला भाग महिपालपुर के पास शिव मूर्ति से द्वारका तक जुड़ता है। दूसरा भाग द्वारका अर्बन एक्सटेंशन रोड (यूईआर) को बजघेरा से जोड़ता है। तीसरा हिस्सा बजघेड़ा से बसई रेल ओवरब्रिज (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) तक है। चौथा हिस्सा बसई आरओबी से खेड़की दौला तक है। इसमें गुरुग्राम में आने वाले राजमार्ग के हिस्से पर एक क्लोवरलीफ़ इंटरचेंज शामिल है, यह दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे (एनएच -48) और खेड़की दौला के पास दक्षिणी पेरिफेरल रोड (एसपीआर) को जोड़ेगा।
देश का पहला 8 लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे
9 हजार करोड़ की लागत से बनाया जा रहे इस एक्सप्रेसवे में एक ही पिलर पर 9 किलोमीटर लंबी आठ लेन की 34 मीटर चौड़ी एलिवेटेड रोड भी है, जो देश की पहली ऐसी एलिवेटेड रोड है। हरियाणा में, एक्सप्रेसवे हरसरू के पास पटौदी रोड (एसएच-26) और बसई के पास फारुखनगर (एसएच-15ए) से मिलेगा। यह गुरुग्राम के सेक्टर-88 (बी) के पास और भरथल में दिल्ली-रेवाड़ी रेलवे लाइन को भी पार करेगा। एक्सप्रेसवे सेक्टर-88, 83, 84, 99, 113 को द्वारका सेक्टर-21 के साथ गुरुग्राम जिले में प्रस्तावित ग्लोबल सिटी से जोड़ेगा।